प्रदेश में भले ही शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और सरकारी स्कूलों के स्तर को निजी स्कूलों के समान लाने के दावे किए जाते हों, लेकिन हकीकत इससे कुछ जुदा है. हालात ये हैं कि आज भी राज्य के कई सरकारी स्कूल ऐसे हैं, जहां पर छात्र पढ़ाई तो विज्ञान की कर रहे हैं, लेकिन प्रयोगशाला में उपकरणों की भारी कमी है जिसका सीधा असर शिक्षा की गुणवत्ता पर पड़ रहा है.
↧